मीडिया डीरेग्यूलेशन क्या है?

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Anonim

मीडिया deregulation मीडिया कंपनियों पर सरकारी नियंत्रण को सीमित करता है। इसने अमेरिकी मीडिया उद्योग में 1980 के दशक के बाद से नाटकीय राजनीतिक और आर्थिक बदलाव किए हैं, जबकि गहन वैचारिक बहस को भी प्रेरित किया है।

परिभाषा

मीडिया डिरग्यूलेशन मीडिया आउटलेट्स के स्वामित्व पर सरकारी प्रतिबंधों को हटाने या ढीला करने की प्रक्रिया को संदर्भित करता है। उदाहरण के लिए, 1980 के दशक से पहले, एक कंपनी अधिकतम 14 रेडियो स्टेशन रख सकती थी। मीडिया के एक अधिनियम में, सरकार ने इस प्रतिबंध को हटा दिया, और कुछ कंपनियों के पास अब हजारों रेडियो स्टेशन हैं।

इतिहास

संघीय संचार आयोग (FCC), 1934 में बनाया गया, संयुक्त राज्य अमेरिका में सभी प्रसारण मीडिया को नियंत्रित करता है। मीडिया डीरेग्यूलेशन की ओर पहला कदम 1980 में आया, जब एफसीसी ने एक नियम को खत्म कर दिया, जिसमें निगमों को रेडियो या टीवी स्टेशन को बेचने से पहले कम से कम तीन साल तक रखने की आवश्यकता थी। एफसीसी ने इस फैसले के बाद मीडिया को घेरना जारी रखा।

बहस

मीडिया के अधिवेशन के अधिवक्ताओं का तर्क है कि यह मीडिया उद्योग के प्राकृतिक बाजार बलों को पुनर्स्थापित करता है, जिससे मीडिया कंपनियां अधिक कुशल और लाभदायक बनती हैं। मीडिया डीरज्यूलेशन के विरोधियों का कहना है कि यह मीडिया के लिए अल्पसंख्यक पहुंच को कम करता है और पत्रकारिता की अखंडता को नुकसान पहुंचाता है, क्योंकि मीडिया के उन पहलुओं को लाभ-संचालित नहीं किया जाता है।